स्ट्रेस (Stress Kya hota hai) क्या है? स्ट्रेस क्यों होता है? इसके कारण और उपाय क्या होते हैंA
स्ट्रेस एक बड़ी समस्या है जाने आज के
युग मैं
हम अपने
आपको समय
नहीं दे
पा रहे
हैं हर
व्यक्ति अपनी
जीवन को
सवारने और
उसे आसान
बनाने मैं
लगा हुआ
है
स्ट्रेस हमारे जीवन में धीरे धीरे प्रवेश करता है जब हम दिन भर तरह तरह के झंझटो परेशानियों से झुझते रहते हैं और इनका निपटारा हो या न हो हमें रिलेक्स यानि सुकून कभी नहीं मिलता है एक के बाद एक परेशानी टेंशन हमारे सामने आ ही जाती है हम एक परेशानी से निपटते नही कि दूसरी सामने आ जाती है ऐसी भागदौड़ और परेशनी से भरी ज़िन्दगी मैं तनाव होना स्वाभाविक और आजकल ये बीमारी की तरह फ़ैल रहा है
(स्ट्रेस) तनाव अधिक उम्र की अपेक्षा कम उम्र के बच्चों मै भी अधिक देखने को मिल रहा है यदि सही समय पर इसका उपाय नहीं निकाला गया तो यह हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए घातक हो जो की प्रत्येक बालक के भविष्य के लिये खतरा हैA
स्ट्रेस हमारे जीवन में धीरे धीरे प्रवेश करता है जब हम दिन भर तरह तरह के झंझटो परेशानियों से झुझते रहते हैं और इनका निपटारा हो या न हो हमें रिलेक्स यानि सुकून कभी नहीं मिलता है एक के बाद एक परेशानी टेंशन हमारे सामने आ ही जाती है हम एक परेशानी से निपटते नही कि दूसरी सामने आ जाती है ऐसी भागदौड़ और परेशनी से भरी ज़िन्दगी मैं तनाव होना स्वाभाविक और आजकल ये बीमारी की तरह फ़ैल रहा है
(स्ट्रेस) तनाव अधिक उम्र की अपेक्षा कम उम्र के बच्चों मै भी अधिक देखने को मिल रहा है यदि सही समय पर इसका उपाय नहीं निकाला गया तो यह हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए घातक हो जो की प्रत्येक बालक के भविष्य के लिये खतरा हैA
कम उम्र
के बालको
मैं तनाव
एक बड़ी
वजह बन
रहा है
एवं धीरे धीरे
यह विकराल
रूप ले
रहा है
और देश
के भविष्य
के लिए
यह चिंता
का विषय
है हम
देखते हैं
कि अधिकतर
बच्चे जो
कि 12 साल
से लेकर
सिर्फ 28 साल
की उम्र
के बीच
के हैं
वह अचानक
ही किसी
तनाव का
शिकार हो
जाते हैं
और यदि
परिवार के
लोग उन्हें
सही समय
पर ध्यान
न दें
तो यह
समस्या विकराल
रूप ले
लेती है
बच्चे धीरे
धीरे पूरी
तरह से
तनाव मैं
चले जाते
हैं वह
धीरे धीरे
इस अंधकार
मैं खो
जाते हैं
कुछ साइड
इफेक्ट्स से
इसका पता
लगाया जा
सकता है
जैसे बच्चों
का सही
तरह से
या समय
पर खाना
न खाना
किसी से
बातचीत न
करना कुछ
सवाल पूछने
पर सही
जवाब न
देना अकेले
बिस्तर पर
घंटों तक
लेटे रहना
अलग अलग
रहना और
मुख्य काऱण
है नींद
न आना
इन सभी
कारणों से
सर दर्द
हाथ पैर
दर्द की
बीमारी बच्चो
मैं अक्सर
लगी रहती
है और
यदि सही
समय पर
इस पर
ध्यान न
दिया जांय
तो यह
बड़ी बीमारी
का रूप
ले लेती
है फिर
इससे निपटना
बहुत मुश्किल
होता हैA
स्ट्रेस किन कारणों से होता है
आज के
समय मैं
तनाव एक
बड़ी समस्या
दिन प्रतिदिन
इसके रोगी
बढ़ते ही
जा रहे
हैं, इसके रोगी बढ़ते ही जा रहे हैं यह कई कारणों से हो सकती आज के समय में इसके आम कारण यह भी हो सकते हैं
- नींद न आना
- जीवन में हुई किसी बड़ी घटना का गहरा सदमा लगना
- सिरदर्द की समस्या
- जीवन साथी से लड़ाई झगडे होते रहना
- ऑफिस और काम का अत्यधिक बोझ के काऱण
- ऐसी चीज़ो के बारे में सोचना जो हमें नुकसान पहुंचना चाहती हों
- ऐसा लगना जैसे कोई संकट या परेशानी आने वाली हो
- हर चीज़ या हर किसी व्यक्ति पर शक करना
- हमेशा Negative रहना या Negative सोचना
निम्न समस्याएं
आज के
समय हर
व्यक्ति में
कही न
कही मिल
ही जाती
हैं अतः
ऐसी समस्याओ
से आसानी
से छुटकारा
पाना आसान
नहीं होता
जिसमे नींद
न आना
एक बड़ी
समस्या है
यह समस्या
सभी उम्र
के लोगो
में आसानी
से देखी
जा सकती
है और
यह एक
गंभीर समस्या
है इसका
इलाज आसानी
से संभव
नहीं है
हम यदि
विशेष रूप
से सही
ध्यान दे
तो इस
समस्या से
बच सकते
हैंA
इस तरह
के तनाव
से छुटकारा
पाना आसान
नहीं यह
तो हम
सब जानते
ही हैं
तनाव से
जो व्यक्ति
परेशान रहता
है उसे
नींद बहुत
काम आती
है और
यह अनिद्रा
की बीमारी
से निपटने
के लिए
वह नींद
की गोलियों
का प्रयोग
करते हैं
दोस्तों नींद
की गोलियां
खाने से
नींद तो
आ जाती
है पर
जब एक
गोली से
कुछ नहीं
होता तब
हम इसका
डोज़ बड़ा
देते हैं
और धीरे
धीरे हम
ज़्यादा डोज़
लेने लगते
हैं पेहली
बात तो
यह है
की हमें
नींद की
गोली का
सेवन बिना
किसी डॉक्टर
की सलाह
के नहीं
करना चाहिए
और बेहतर
होगा की
हम इसके
लिए Psychologist के पास
ही जाएँ
जिससे हमें
हमारी बीमारी
का सही
पता चल सके
और सही
समय पर
इलाज हो
सकेA
दोस्तो नींद
की बीमारी
का इलाज
सिर्फ नींद
की Tablet या गोलियाँ
खाना नहीं
है जब
तक हमारा
शरीर पूरी
तरह से
रिलैक्स Relax महसूस न
करे तब
तक इसका
पूर्ण रूप
से इलाज
संभव नहीं
है इसके
लिए हमें
डॉक्टर की
सलाह लेना
ज़रूरी है
जिससे की
हमें उपयुक्त
इलाज समय
पर मिल
सके बहुत
से लोग
इस गंभीर
बीमारी को
Serious नहीं लेते
हैं जिसका
खामियाजा हमें
बाद में
भुगतना पड़ता
है दोस्तों
आपको पता
है ज़्यादा
नींद Tablet या गोलियाँ
खाने से
हमारे शरीर
के मुख्य
अंग इससे
प्रभावित होते
हैं इसका
सीधा असर
हमारे गुर्दों
Kidney पर पड़ता
है यह
जो नींद
की गोलियों
हैं सिर्फ
कुछ कम
समय के
लिए इनका
सेवन करना
चाहिए सिर्फ
महीने में
एक या
दो बार
या इससे
भी कम
दोस्तों तनाव
Stress और नींद
न आने
की समस्या
के उपाय
निम्नलिखित हैंA
Psychologist की सलाह लें
दोस्तों अगर
आप ऐसी
समस्या से
परेशान हैं
तो सबसे
पहले समस्या
सम्बन्धी डॉक्टर
से मिलना
बेहतर होगा
दोस्तों डॉक्टर
की सलाह
के बिना
कोई भी
कदम उठाना
ठीक नहीं
होगा इस
सम्बन्ध में
डॉक्टर की
सलाह से
उसके दिशा
निर्देश में
ही काम
करेंA
व्यायाम योगा Exercise करें
योगा हमें
अपने दैनिक
जीवन में
करना ही
चाहिए और
इसके लिए
हमें योग
टीचर से
मिलना चाहिए
या इतना
समय नहीं
निकल पा
रहें हैं
तो प्रातःकाल
के समय
Exercise ज़रूर करें
जिससे हमारा
स्वास्थ Health ठीक रहेगाA
https://hindivila.blogspot.com/2020/03/coronavirus.html
ReplyDelete